Blog: Shivanshu Shukla
Kangra Airport flight disruptions: देश विदेश के सैलानियों के लिए आकर्षण और रोमांच से लबरेज कांगड़ा एयरपोर्ट में इन दिनों विमानों की लैडिंग में धुंध और खराब मौसम सबसे बड़ी बाधा है। हाल ही में खराब मौसम और विजिबिलिटी की कमी के कारण 14 फ्लाइट्स रद्द हो चुकी हैं। जिससे पर्यटन कारोबार भी प्रभावित हो रहा है। उधर एयरपोर्ट अधिकारियों का कहना है कि स्पेशल विजुअल फ्लाइट रूल्स यहां लागू हों तो धुंध और खराब मौसमें उतरा जा सकता है। जानें क्या है समस्या और उनका निदान…………..
समस्या 01
एयरपोर्ट के अधिकारियों के अनुसार, फ्लाइट लैंडिंग के लिए न्यूनतम 5,000 मीटर की विजिबिलिटी जरूरी है, जबकि बीते दिनों रद्द हुई फ्लाइट्स के समय विजिबिलिटी मात्र 3,000 मीटर थी। बता दें कि कांगड़ा एयरपोर्ट विजुअल फ्लाइट रूल्स (वीएफआर) के दिशा-निर्देशों के अनुसार कार्य करता है। जब विजिबिलिटी 5,000 मीटर से कम हो जाती है, तो फ्लाइट्स को या तो इंतजार करना पड़ता है या फिर रद्द कर दिया जाता है।
समस्या 02
वर्तमान में कांगड़ा एयरपोर्ट का एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) एयरफोर्स के अधीन है। एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया इस मुद्दे पर केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्रालय के माध्यम से एयरफोर्स के साथ बातचीत कर रही है। यदि एयर स्पेस का कुछ हिस्सा एयरपोर्ट के एटीसी को सौंपा जाता है, तो स्पेशल वीएफआर प्रक्रिया लागू करना संभव हो सकता है।
समाधान 01
एयरपोर्ट प्रशासन का मानना है कि यदि स्पेशल वीएफआर प्रक्रिया को लागू किया जाता है, तो विजिबिलिटी की सीमा 5,000 मीटर से घटकर 2,500 मीटर तक आ सकती है। इससे फ्लाइट्स रद्द होने की समस्या का समाधान हो सकता है।
समाधान 02
कांगड़ा एयरपोर्ट के निदेशक धीरेंद्र सिंह ने बताया कि यह समस्या न केवल एयरपोर्ट अथॉरिटी बल्कि प्रदेश और मंत्रालय स्तर का मसला है। प्रदेश सरकार से भी इस मुद्दे पर हस्तक्षेप का आग्रह किया गया है ताकि यात्रियों को बेहतर सुविधाएं प्रदान की जा सकें।